अक्षय तृतीया पर सोने में निवेश: देखें कितना होगा फायदा

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नई दिल्ली। Investing in Gold on Akshaya Tritiya:: इस साल मंगलवार 3 मई को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस दिन हमारे देश में सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसे में अगर आप भी इस दिन सोने में निवेश का प्लान बना रहे हैं तो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना सही रहेगा। इसमें आपका सोना सुरक्षित रहेगा और मेकिंग चार्ज भी नहीं देना होगा। आज हम आपको गोल्ड ईटीएफ के बारे में बता रहे हैं ताकि आप इसमें निवेश करके फायदा कमा सकें।

सबसे पहले समझें गोल्ड ईटीएफ  क्या है?
यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने के गिरते-चढ़ते भावों पर आधारित होता है। श्वञ्जस्न बहुत अधिक कॉस्ट इफेक्टिव होता है। एक गोल्ड ईटीएफ यूनिट का मतलब है कि 1 ग्राम सोना। वह भी पूरी तरह से प्योर। यह गोल्ड में इन्वेस्टमेंट के साथ स्टॉक में इन्वेस्टमेंट की फ्लेक्सिबिलिटी देता है। गोल्ड ईटीएफ की खरीद-बिक्री शेयर की ही तरह ईटीएफ और  एनएसई  पर की जा सकती है। हालांकि इसमें आपको सोना नहीं मिलता। आप जब इससे निकलना चाहें तब आपको उस समय के सोने के भाव के बराबर पैसा मिल जाएगा।

गोल्ड ईटीएफ में निवेश करने के हैं कई फायदे

कम मात्रा में भी खरीद सकते हैं सोना& ईटीएफ के जरिए सोना यूनिट्स में खरीदते हैं, जहां एक यूनिट एक ग्राम की होती है। इससे कम मात्रा में या एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए सोना खरीदना आसान हो जाता है। वहीं भौतिक (फिजिकल) सोना आमतौर पर तोला (10 ग्राम) के भाव बेचा जाता है। ज्वेलर से खरीदने पर कई बार कम मात्रा में सोना खरीदना संभव नहीं हो पाता।
मिलता है शुद्ध सोना- गोल्ड ईटीएफ  की कीमत पारदर्शी और एक समान होती है। यह लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन का अनुसरण करता है, जो कीमती धातुओं की ग्लोबल अथॉरिटी है। वहीं फिजिकल गोल्ड अलग-अलग विक्रेता/ज्वेलर अलग-अलग कीमत पर दे सकते हैं। गोल्ड ईटीएफ से खरीदे गए सोने की 99.5त्न शुद्धता की गारंटी होती है, जो कि सबसे उच्च स्तर की शुद्धता है। आप जो सोना लेंगी उसकी कीमत इसी शुद्धता पर आधारित होगी।


नहीं आता ज्वेलरी मेकिंग का खर्च- गोल्ड श्वञ्जस्न खरीदने में 0.5 प्रतिशत या इससे कम की ब्रोकरेज लगती है, साथ ही पोर्टफोलियो मैनेज करने के लिए सालाना 1 प्रतिशत चार्ज देना पड़ता है। यह उस 8 से 30 फीसदी मेकिंग चार्जेस की तुलना में कुछ भी नहीं है, जो ज्वेलर और बैंक को देना पड़ता है, भले ही आप सिक्के या बार खरीदें।


सोना रहता है सुरक्षित- इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड डीमैट अकाउंट में होता है जिसमें सिर्फ सालाना डीमैट चार्ज देना होता है। साथ ही चोरी होने का डर नहीं होता। वहीं फिजिकल गोल्ड में चोरी के खतरे के अलावा उसकी सुरक्षा पर भी खर्च करना होता है।
व्यापार की आसानी- गोल्ड श्वञ्जस्न को बिना किसी परेशानी के तुरंत खरीदा और बेचा जा सकता है। गोल्ड श्वञ्जस्न को लोन लेने के लिए सिक्योरिटी के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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इसमें कैसे कर सकते हैं निवेश?
गोल्ड श्वञ्जस्न खरीदने के लिए आपको अपने ब्रोकर के माध्यम से डीमैट अकाउंट खोलना होता है। इसमें हृस्श्व पर उपलब्ध गोल्ड श्वञ्जस्न के यूनिट आप खरीद सकते हैं और उसके बराबर की राशि आपके डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक अकाउंट से कट जाएगी। आपके डीमैट अकाउंट में ऑर्डर लगाने के दो दिन बाद गोल्ड श्वञ्जस्न आपके अकाउंट में डिपॉजिट हो जाते हैं। ट्रेडिंग खाते के जरिए ही गोल्ड श्वञ्जस्न को बेचा जाता है।